तेरी बेरुखी में लाखों पैगाम लिखता हूँ
तेरे ग़म में गुज़री बातें ~तमाम लिखता हूँ,
अब तो बस छलकते हैं मेरी आँखों से आसूं
जब जब कलम से अपनी ग़ज़ल में तेरा नाम लिखता हूँ..!!!
हर लफ्ज़ में छुपा रहता है ~रंग तेरी बेवफाई का
फिर भी तुझको मैं वफ़ा खुद को बदनाम लिखता हूँ,
हवाएं ज़ोर लगाती है बनकर आँधियाँ दिन में होने लगे अँधेरा
उसे में शाम लिखता हूँ मुसीबत में ख्याल-इ-ऐश-इ-रफ्ता आ ही जाता है,
तू है रहनुमा तेरे सज़दे में अपना सलाम लिखता हूँ ..!!!!
बुझने लगी हों आँखें तेरी, ~चाहे थमने लगे रफ़्तार;
उखड़ने लगी हों साँसे तेरी,दिल करता हो चित्कार;
दोष विधाता को ना देना,बस मन में रखना तुम अपने आस;
विजयी बनता है वही, जिसके पास हो आत्मविश्वास !!!
चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते हैं
मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं,
बच के रहना इन हुस्नवालों से यारो
इन की आग में कई आशिक जल जाते हैं !!!
याद रखने के लिए ~आपकी कोई चीज चाहिए,
आप नहीं तो आपकी तस्वीर चाहिए,
आपकी तस्वीर हमारा दिल बहला न सकेगी,
क्योकि वो आपकी तरह मुस्कुरा न सकेगी !!!
Na gila ~karata hoon,
na shikwa karata hoon,
tum salamaat raho bas
yahi dua karata hoon..
तेरे ग़म में गुज़री बातें ~तमाम लिखता हूँ,
अब तो बस छलकते हैं मेरी आँखों से आसूं
जब जब कलम से अपनी ग़ज़ल में तेरा नाम लिखता हूँ..!!!
हर लफ्ज़ में छुपा रहता है ~रंग तेरी बेवफाई का
फिर भी तुझको मैं वफ़ा खुद को बदनाम लिखता हूँ,
हवाएं ज़ोर लगाती है बनकर आँधियाँ दिन में होने लगे अँधेरा
उसे में शाम लिखता हूँ मुसीबत में ख्याल-इ-ऐश-इ-रफ्ता आ ही जाता है,
तू है रहनुमा तेरे सज़दे में अपना सलाम लिखता हूँ ..!!!!
बुझने लगी हों आँखें तेरी, ~चाहे थमने लगे रफ़्तार;
उखड़ने लगी हों साँसे तेरी,दिल करता हो चित्कार;
दोष विधाता को ना देना,बस मन में रखना तुम अपने आस;
विजयी बनता है वही, जिसके पास हो आत्मविश्वास !!!
चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते हैं
मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं,
बच के रहना इन हुस्नवालों से यारो
इन की आग में कई आशिक जल जाते हैं !!!
याद रखने के लिए ~आपकी कोई चीज चाहिए,
आप नहीं तो आपकी तस्वीर चाहिए,
आपकी तस्वीर हमारा दिल बहला न सकेगी,
क्योकि वो आपकी तरह मुस्कुरा न सकेगी !!!
Na gila ~karata hoon,
na shikwa karata hoon,
tum salamaat raho bas
yahi dua karata hoon..
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