inspirational shayari in hindi new2017


  1. सपने उन्ही के पूरे होते है,
  2. जिनके सपनो मे जा~न होती है.
  3. पँखो से कुछ नही होता,
  4. ऐ मेरे दोस्त!! होसलो से ही तो उड़ान होती है.
  5. ...........................................
  6. क्यों मरते हो बेवफा सनम के लिए….
  7. एक कद जगह भी नहीं मिलेंगे दफ़न के लिए…
  8. मरना है तो हि~न्द ये वतन के लिए मरो
  9. हसीना भी दुपट्टा उतार देगी तुम्हारे कफ़न के लिए …..


  10. .........................................
  11. आज़ाद हैं तोह आसमान छु ही आएंगे
  12. ज़िंदा है तो हर जंग ~जीत जायेंगे

  13. साथ हैं हम तो दुनिया को दिखा आएंगे
  14. तिरंगे के तीन रंगों में देश को समा जायेंगे


  15. ......................................
  16. गुलाम बनकर जिओगे तो.
  17. कुत्ता समजकर~ लात मारेगी तुम्हे ये दुनिया

  18. नवाब बनकर जिओगे तो,
  19. सलाम ठोकेगी ये दुनिया….

  20. “दम” कपड़ो में नहीं,
  21. जिगर में रखो….

  22. बात अगर कपड़ो में होती तो, सफ़ेद कफ़न में,
  23. लिपटा हुआ मुर्दा भी “सुल्तान मिर्ज़ा” होता.



  24. ...............................................
  25. हर रिश्ते में विश्वास रहने दो;
  26. जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो;
  27. यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का;
  28. न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो..
  29. छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
  30. जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
  31. तकदीर बदल जाए~गी खुद ही मेरे दोस्त,
  32. मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.


  33. ..........................................
  34. कली बेंच देगें चमन बेंच देगें,
  35. धरा बेंच देगें गगन बेंच देगें,
  36. कलम के पु~जारी अगर सो गये तो…
  37. ये धन के पुजारी वतन बेंच देगें।



  38. ............................................
  39. कोन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए,
  40. ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए,
  41. हमे तो इंतजार है उस शाम का
  42. जब हमारी~ ज़िंदगी किसी के काम आ जाए..


  43. ...........................................................
  44. ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
  45. बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
  46. है जो पास उसे संभाल के रखना,
  47. खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता…


  48. .......................................................
  49. कर्म तेरे अच्छे हे तो
  50. किस्मत तेरी दासी है!

  51. नियत तेरी अच्छी है तो
  52. घर तेरा मथुरा कशी है!
  53. कागज़ पर रख ~कर खाना खाये तो भी कैसे….
  54. खून से लथपथ आता है अखबार आजकल!



  55. ..............................................................
  56. हर नई सुबह का नया नज़ारा,
  57. ठंडी हवा लेके आई पैगाम हमारा,
  58. ~
  59. जागो,उठो,तैयार हो जाओ,
  60. खुशियो से भरा रहे आज का दिन तुम्हारा.


  61. ................................................

  62. उठा कर तलवार जब घोड़े पे सवार होते
  63. बाँध के साफ़ा जब तैयार होते
  64. देखती है दुनिया छत पे चढ़के
  65. कहते है की काश हम भी ऐसे होशियार होते…
  66. ......................................................
  67. कड़ी से कड़ी जोङते जाओ तो जंजीर बन जाती है॥
  68. मेहनत पे मेहनत करो तो तक़दीर बन जाती है।
  69. ....................................................

  70. बनाने वाले ने भी तुझे,
  71. किसी कारण से ~बनाया होगा,
  72. छोड़ा होगा जब ज़मीन पर तुझे,
  73. उसके सीने में भी दर्द तो आया होगा…
  74. ..............................................

  75. ज़िंदगी मे अभी तो बहुत चलना बाकी हैं
  76. अभी तो कई इंतेहनो से गुज़रना बाकी हैं
  77. हमे लड़ना हे ज़िंदगी की सभी मुश्किलो से
  78. हमने तो मुठि~ भर ज़मीन नापी हैं
  79. अभी तो हमे सारा जहाँ नापना बाकी हैं …



  80. ..............................................................
  81. उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको
  82. खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको
  83. हम तो कुछ ~भी देने के काबिल नहीं,
  84. देनेवाला हज़ार खुशिया दे आपको!


  85. ............................................................

  86. सफ़र ज़िंद~गी का बहुत ही हसीन है
  87. सभी को किसी न किसी की तलाश हैं
  88. किसी के पास मंज़िल हैं तो राह नही
  89. और जिसके पास राह हें तो मंज़िल नही

  90. ..........................................................
  91. हर पल मे खुशी देती है मा,
  92. अपनी ज़िंदगी ~से जीवन देती है मा,
  93. भगवान क्या है!!! मा की पूजा करो जनाब,
  94. क्यूकी भगवान को भी जनम देती है मा…



  95. ...................................................
  96. खुद को ख़ुदा कहा और खुद ही ख़ुदा हो गए,
  97. रिश्तों की क~शमकश में खुद से जुदा हो गए !
  98. बांचते रहे तमाम उम्र आईने में अपनी सूरत,
  99. तन्हा रहे जिंदगी में और भीड़ में ही खो गए !!

  100. ....................................................

  101. कुछ उजाले की चकाचौंध से डरते हैं,
  102. कुछ अँधेरे में परछा~यिओं से डरते हैं,
  103. हम भी हैं तनहा अपनी रहबर निहारते,
  104. पर जाने क्यूँ आपकी अंगडायिओं से डरते हैं !
  105. ...............................................
  106. कुछ को ख्वाब देख के जीने की आदत है,
  107. कुछ को मैखाने में पीने की आदत है ,
  108. हम हैं परेशां दी~वानापन की आदतों से,
  109. पर जाने क्यों शादी की शहनाईयों से डरते हैं!!
  110. .........................................................
  111. इंतजार कर रहा हूँ जुश्तजू जो है ,
  112. इज़हार भले ही न करूँ आरज़ू तो है ,
  113. कुछ मोहबत में ~किस्से सुने हैं ऐसे ,
  114. हम अभी से आपकी तनहायिओ से डरते हैं !!


  115. ...............................................................
  116. पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं,
  117. वो सोचते हैं की हम कभी रोये ही नहीं,
  118. वो पूछते हैं कि ख्वा~बो में किसे देखते हो?
  119. और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं!
  120. ………………………………………………………

  121. दिल के सागर मे लहरे उठाया ना करो,
  122. ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
  123. बहुत चोट लगती~ है मेरे दिल को,
  124. तुम ख्वाबो में आ कर यू तडपाया ना करो….
  125. ........................................................
  126. जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की
  127. बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की.
  128. बेशक इंसान को ऊं~चाई तक जाना है….
  129. पर जहा से अपने ना दिखे वो उँचाई किस काम की….


  130. ...........................................................

  131. Patthar ki duniya jazbaat nahi samjhati,
  132. dil mein kya hai wo baat nahi samajhati,
  133. tanha to chaand ~bhi sitaaron ke bhich mein hai,
  134. par chaand ka dard wo raat nahi samjhati…

  135. ..............................................................

  136. पत्थर की दुनिया जज़्बात नही समझती,
  137. दिल में क्या है वो बात नही समझती,
  138. तन्हा तो चाँद भी सि~तारों के बीच में है,
  139. पर चाँद का दर्द वो रात नही समझती…

  140. ...........................................
  141.  

  142. ख्वाइस तो~ यही है कि तेरे बाँहों में पनाह मिल जाये |
  143. शमा खामोस हो जाये और शाम ढल जाये ||
  144. प्यार इतना करे कि इतिहास बन जाये |
  145. और तुम्हारी बाँहों से हटने से पहले शाम हो जाये ||
  146. .............................................
  147. लोग कहते हैं किसी एक के~ चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,
  148. लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती है

  149. .................................................

  150. कभी पहली बार स्कूल जानेमे ~डर लगता था…आज अकेले ही दुनिया घूम लेते हे ।।
  151. पहले 1st नंबर लानेके लिए पढ़ते थे, आज कमाने के लिए पढ़ते हें !!
  152. ~
  153. गरीब दूर तक चलता हे… खाना खाने के लिए…
  154. अमीर दूर तक चलता हे … खाना पचाने के लिए …

  155. कीसी के पास खाने के लि~ये एक वक्त की रोटी नहीं हे …..
  156. कीसी के पास रोटी खाने के लिए वक़्त ही नहीं हे …

  157. कोई लाचार हे इस लिए बीमार हे, कोई बीमार हे इस लिये लाचार हे
  158. कोई अपनों के लिए रोटी~ छोड देता हे, कोई रोटी के लिए अपनों को छोड़ देता हे

  159. ये दुनीया भी कितनी निराली हे .. कभी वक़्त मीले तो सोचना…

  160. कभी छोटी सी चोट लगनेपे रोते थे, आज दिल टूट जाने पर भी संभल जाते हें!
  161. पहेले हम दोस्तों के सहा~रे रहते थे, आज दोस्तों की यादो मे रहते है!
  162. पहले लड़ना मारना रोज़ का काम था, आज एक बार लड़ते हें तो रिश्ते खो जाते हे!

  163. सच में जिन्दगीने बहुत कुछ सिखादिया, जाने कब हम को इतना बड़ा बना दिया


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