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rajasthani jokes fun whatsapp2017
- गांव की एक लड़की से कंप्यूटर क्लास में
- पूछा गया-
- डाटा (data) क्या होता है?
- लड़की बो~ली so simple..
- “तेल की शीशी के ढक्कण को डाटा कहते हैं”
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- *** सात बचन फेरां का ***
- पेहलो बचन दिनूगै जाग आवै
- जद उठूँ बेगा ना जगाइयो
- उठतां पाण ही एक कप चाा
- गुदडा माहि~ झलाइयो
- लुल्गै भुआरी म्हारे सुं कडे कोनि
- ना पानी भरण न जाऊं
- औह बचन म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
- —
- दुसरो बचन जाँता ही न्यारी होस्यु
- न्यारो ~घर बनास्या
- डांगर पशु राखा कोनि डेयरी पर सुं
- थेली आळो दूध ल्यासा
- थारै बुढ़िये बुढ़लि गी सेवा मे रे सुं
- कोनि होवै मैं पेल्हा ही बताऊं
- औह बचन म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
- —
- तीसरो बचन धुवै सुं आँख बलै
- ले देइयो गैस कनेक्सन
- जेन्टल घाल मशीन सुं गाबा धोंस्या
- हाथा क होवै ईफेक्सन
- इत्ता गाबा घरां ताबै कोनि आवै
- धोबी सुं प्रेस कराऊँ
- औह बचन ~म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
- —
- चौथो बचन गाडो सो दिन क्यां
- कटै मनोरं~जन क़ बिना
- घर म्ही रंगीन टीवी होवै अर
- घर की होवै डिश एंटीना
- अपो आपणी पसंद गा नाटक देखां
- काई बात सर्मिंदगी की
- मैं देखूँ कहानी घर घर की
- थे देखियो कसोटी ज़िंदगी की
- कोई बटाऊ आजै तो मैं बीच म्ही
- उठगै चाा को~नि बनाऊं
- औह बचन म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
- —
- पांचवों बचन ~बात करण नै मोबाईल होवै
- त्तो जद ही मैं पीयर जाऊं
- टायला लागेड़ो न्हाणघर होवै
- फुआरो चलागे न्हाऊं
- घरा ही सामान ल्यादेइयो पण
- सातवें दिन ~ब्यूटीपार्लर जाऊं
- औह बचन म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
- —
- छटो बचन थे मेरे अलावा
- कीह कानि न झांकियो
- कठै एडै मौके जाओ तो मनै
- आगलै पासै राखियो
- मेरी पसंद सुं टूम छलौ पहरुं
- जिता मर्जी सूट सिमाऊं
- औह बचन म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
- —
- सातवों अर आखरी बचन है
- ध्यान सुं सु~ण लेइयो
- नित आयेड़ी नन्दा चोखी कोनि लागै
- फेर ना कइयो या काई बात
- जेठुता जेठुति नान्दया नान्दि सागै
- मैं ना नेह ल~गाऊं याद राखिज्यो
- औह बचन म्हारो मंजूर होवै
- तो थारै डावै अंग माहिं आऊं
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- अगर मोबाइल Rajasthan में बनता होता
- तो मोबाइल में ये मेसेज टेम्प्लेट्स होते..
- 1.पाछो फ़ोन कर,
- 2.कचोरी लेतो आ
- 3.फ़ोन में पैसा घला दे .
- 4.सुबह-सुबह माथो मत खा
- 5.अबार कॉ~ल मत कर, लुगाई कने ही सूती है
- 6.बाद में बात करू, मुंडा में गुटको है
- 7.थारी सोगन पैसा कोनी….
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- जमाई के सा~थ (ससुराल में)
- 2000 से पहले और उसके बाद किये जाने वाले व्यवहार के बारे में :-
- 1. पहले के जमाई के जब आने का पता चलता तो ससुर जी दाढ़ी बनाकर और नए कपङे पहनकर स्वागत के लिए कम्पलीट रहते थे ।
- 2. जमाई आ जाते तो बहुत मान मनवार मिलती और छोरी दौड़कर रसोई में घुस जाती थी ।सासुजी पानी पिलातीं और धीरे से कहती :-“आग्या कांई ?”
- 3. आने का समाचार मिलते ही गली मोहल्ले के लोग चाय के लिए बुलाते थे,
- और काकी सासुजी या भाभियां तो आटे का हलवा भी बनाती थी ।
- 4. जमाई खुद को ऐसा~ महसूस करता था कि वो पूरे गांव का जमाई है ।
- 5. जमाई के घर में आने के बाद घर के सब लोग डिसिप्लिन में आ जाते थे ।
- 6. जमाई बाथरूम से निकलते तो उनके हाथ सन्तूर साबुन से धुलवाते, भले खुद उजाला साबुन से नहाते थे ।
- 7. जमाई अगर ~रात में रुक जाते तो सुबह उनका साला पेस्ट और ब्रश हाथ में लेकर आस पास घूमता रहता था ।
- 8. जब जमाई का अपनी बीवी को लेकर जाने का समय हो जाता तो वो स्कूटर को पहले गैर में डालकर भन्ना भोट निकालते थे, जिससे उनका ससुराल में प्रभाव बना रहता था ।
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- अब आज के जमाई की दुर्दशा :-
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- 1. आज के जमाई से कोई भी लुगाई लाज नहीं करती है, खुद की बीवी भी सलवार कुर्ते में आस पास घूमती रहती है ।
- काकी सासुजी और भाभी कोई दूसरी रिश्तेदारी निकाल कर बोलती हैं :- ” अपने तो जमाई वाला रिश्ता है ही नहीं ।”
- 2. साला अगर कुंवारा है और अगर उसकी सगाई नहीं हो पा रही है तो इसका ताना जमाई को सुनाया जाएगा :- “तुम्हारा हो गया इस~का भी तो कुछ सेट करो ।”
- 3. पानी पीना हो तो खुद रसोई में जाना पड़ेगा, कोई लाकर देने वाला नहीं है ।
- 4. ससुराल पक्ष की किसी शादी में जमाई को इसीलिए ज्यादा मनवार करके बुलाया जाता है ताकि जमाई बच्चों को संभाल सके, बीवी और सासुजी आराम से महिला संगीत में डांस कर सके ।
- 5. जरा सा अगर बीवी~ को ससुराल में कुछ कह दिया तो सासुजी की तरफ से तुरंत जवाब आता हैं ” एक से एक रिश्ते आऐ थे, पर ये ही मिला था छोरी को दुखी करने के लिए, इसके पापा को …नाशपिटा ।”
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- धणी- आज सजधज के कठे जा री से?
- लुगाई- आत्महत्या~ करणे जा री सुं
- धणी- तो इत्तो मेकअप क्यूँ करयो है
- लुगाई- काल अख़बार म्हें म्हारो फोटू भी तो छपसी
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- मारवाड़ी की~ पत्नी, “म्हने लागे म्हारी छोरी को अफेयर चालु है”।
- पति: वो क्यूँ?
- पत्नी: “पॉकेट मनी” कोनी माँगे आजकल।
- पति: हे भगवान, इं को मतलब लड़को मारवाड़ी कोनी है।
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- एक मारवाड़ी को एक्सीडेंट हो ग्यो…..
- डाक्टर बोल्यो-टांकों लगाणो पड़ेगो
- मारवाड़ी- कित्तो पीसो लागेगो?
- डाक्टर-2000 रिपया लागसी
- मारवा~ड़ी- अरे !!!
- भाया ….टाँकों लगाणों है…एंब्रोईडरी
- कोणी करवाणी…..
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- …….मारवाडी ……
- छोरो – आई लव यू
- छोरी – चूप रे गेलसप्पा, एक ~लेपड मेलियो नी तो सीधो जोधपुर पुगेला
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- एक मारवाडी भगवान सु
- अरज करे
- हे मारा छतीस~ करोड देवी देवता
- मारे ज्यादा कइ कोनी छावे बस
- आप सब मने एक -एक रुपया
- री मदद कर दो महारो जीवन
- सफल होजाए
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- “ऐडमिन आरती”
- जय एडमिन देवा~ जय एडमिन देवा ।
- थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा ।।
- चोखी चोखी ज्ञान की बात्या खूब घणी बांचा
- धर्म करम की गं~गा पाप का ना खांचा ।।
- डांट डपट फटकार स थारो नहीं नातों ।
- जो कोई एकर आग्यो तो पाछो नहीं जातो।।
- बिना काम~ की चौधर थान सुहाव नहीं ।
- थे क स्यो बिया होव साची थारी बही ।।
- या आरती एडमिन जी जो सदस्य गाता ।
- उर आनद अति उमड़े मोज करत जाता ।।
- जय एडमिन देवा जय एडमिन देवा ।
- थारी दया स्यु नेट प मजा घणा लेवा
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