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Life WhatsApp Status Hindi Life2017
- मुझे रिश्तो की लं~बी कतारोँ से मतलब
- नही ,
- #कोई दिल से हो मेरा, तो एक शख्स ही
- काफी है..।
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- #जिंदगीमें बडी शिद्दत से निभाओ
- अपना किरदार,
- #कि परदा गिरने ~के बाद भी तालीयाँ
- बजती रहे….।।
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- #शांखो से टूट जाये वो पत्ते नही हे हम ,
- इन आंधीयों से केहदो जरा अपनी औकात में रहे ।
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- #मेरे लफ्जों से न कर मे~रे किरदार का फेसला ,
- तेरा वजूद मिट जाएगा मेरी हकिगत ढूंढते ढूंढते !
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- #फिर नहीं बसते वो दिल जो
- #एक बार उजड़ जाते है ,
- #कब्रें जितनी ~भी सजा लो पर
- #कोई ज़िंदा नहीं होता …
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- #महफील भी रोयेगी, हर दिल
- भी रोयेगा ,
- ङुबी जो मेरी क~स्ती तो साहील भी रोयेगा ;
- हम इतना प्यार बीखेर देगे इस दुनीया मे के,
- मेरी मौत पे मेरा कातील
- भी रोयेगा..
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- #बिखरने दो होंठों पे हँसी की फुहारों को,
- प्यार से बात कर लेने से दौलत कम नहीं होती…
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- #फकीरों की मौज का क्या कहना साहब….
- #राज ए मुस्कराहट~ पूछा तो बोले….
- #सब तुम्हारी मेहरबानी हे…....
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- #खतरा है इस दौर में, बुजदिलों से दि~लेर को.धोखे से काट लेते हैं ”कुत्ते” भी ”शेर” को…#
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- #लोग कहते हे शराब पीने से~ कलेजा जलता हे…
- #और हम कहते हे शराब तभी पी जाती हे जब कलेजा जलता हे....
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- #तू समझता है ~कि जीने की ख़्वाहिश है मुझको,
- #मैं तो इस आसपे ज़िन्दा हूँ, कि मरना कब है..!!
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- #पहले मौसम ही बदलते थे जंहा में दोस्तों
- #अब तो इरादों कि तरह ~लोग भी बदलने लगे हैं..!
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- #वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
- #ये सब देख कर जज़्बा~त बदल जाते हैंये कुछ नही बस वक़्त का तक़ाज़ा है दोस्तो,
- #कभी हम तो कभी आप बदल जाते हैं.
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- #मुझे युही करके ख्वाबो से जुदा ,
- #जाने कहा~ छुप के बैठा हे खुदा ;
- #जानू ना में कब हुवा खुद से गुमशुदा ,
- #केसे जियु रूह भी मुझसे हे जुदा ..
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- #मुझमे खामी~या बहुत सी होगी मगर,
- एक खूबी भी है…
- 3मे कीसी से रीश्ता मतलब के लीये नही रखता.
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- 3यही तो मज़बूरी है यारों,
- पत्तों में जे~क और लाइफ में ब्रेक लगती है ..
- तब ना इक्का काम आता है ना सिक्का…!!
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- #खून अभी वो ही है
- #ना ही शोक बदले ना ही जूनून,
- #सून लो फिर से,
- #रियासते गयी~ है रूतबा नही,
- #रौब ओर खोफ आज भी वही हें |
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- #जीत हासिल कर~नी हो तो काबिलियत बढाओ,
- किस्मत की रोटी तो कुत्तेको भी नसीब होती है.!!
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- #हम उस ऊंचाई पर हे
- जहा तुम्हारे सर से ज्यादा उंचाई पर
- हमारे पांव रहते हे ।
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- #लोग हर मोड़ पर रुक – रुक के संभलते क्यों है#
- #इतना डरते है तो फिर घर से निकलते क्यों है#
- #मैं ना जुगनू हूँ दिया हूँ ना ~कोई तारा हूँ
- #रौशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यों हैं #
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- आज़मा ले मुझको थोडा औ~र, ए खुदा…
- तेरा “बंदा” बस बिखरा हैं अब तक, टूटा नही....
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- “दुवा” कभी खाली न~ही जाती….
- बस लोग ईन्तजार नही करते…...
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- कोशिशें की सम~झदार बनने की..
- लेकिन खुशियाँ बेवकूफियों से ही मिली…....
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- कुछ इस तरह~ सौदा किया वक्त ने मुजसे,
- की तजुर्बा दे कर वो मेरी मासुमियत ले गया.....
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