रहमतें बरसाने वाला महीना है
आओ आज सब खताओं की माफ़ी मांग लें
दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में
ऐ चाँद उनको मेरा पैगाम कहना
खुशी का दिन और हसी की हर शाम कहना
जब वो देखे बहार आकर तो उनको मेरी तरफ से
@मुबारक हो रमज़ान कहना …
रमज़ान का चाँद देखा,
रोज़े की दुआ मांगी,
रोशन सितारा देखा,
आप की खैरियत की दुआ मांगी,
रामादान मुबारक
र-रोज़ा
अ-आल्हा से डरो
म-मस्जिद जाओ
ज़-जमात में खड़े हो
अ-आमिल करो
न-नमाज़ पढ़ो
सदा हस्ते रहो जैसे हस्ते हैं फूल,
दुनिया की सारे ग़म तुम्हें जाये भूल,
चारो तरफ फैले खुशियों का गीत,
ऐसी उम्मीद का साथ यार तुम्हे…
रमदान मुबारक
रात को @नया चाँद मुबारक,
चाँद को चांदनी मुबारक,
फलक को सितारे मुबारक.
और आप को हमारी तरफ से:-
रमदान मुबारक
वक़्त तू परिंदे की तरह है
बीत जायेगा, गया वक़्त फिर नहीं कभी आएगा
करलो दिल भर कर दुआ रमजान में
रमजान तू मेहमान है चला जायेगा!
मौसम इ बारिश की अब ज़रुरत नही मेरे शेहेर को
“या रब” @कह अब तेरी रेह्मत में भीग जाने के
लिए रमजान की बरकतें ही काफी है..
गुल ने गुलशन से गुल फाम भेजा है,
सितारों ने आस्मां से सलाम भेजा है,
मुबारक हो आपको रमदान का महीना,
ये पैग़ाम हमनें सिर्फ आपको भेजा है.
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