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2two line shayari quotes status2017
- उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा
- आज भी वही खड़ा~ है दिल उसके आने के इंतज़ार में......
- Uski dard bhari aankhon ne jis jagah kaha tha alvida..
- Aaj bhi wahi khada hai dil uske aane ke intezaar me................
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- सब कुछ बदला ब~दला था जब बरसो बाद मिले
- हाथ भी न थाम सका वो इतने पराये से लगे..................
- Sab kuch badla ~badla tha jab barso baad mile..
- haatha bhi na thaam saka wo itne paraye se lage......................
- न आह सुने दी न तड़प ~दिखाई दी..
- फ़ना हो गए तेरे इश्क में बड़ी ख़ामोशी के साथ......
- Na aah sunayi di na t~adap dikhai di..
- Fana ho gaye tere ishq me badi khamoshi ke saath...............
- भूल जायेगे एक दिन मुझे टूट के चाहने वाले..
- मुझे खबर न थी, उनमे ये हुनर भी है................
- bhool jayega ek din mujhe toot ke chahne wala..
- mijhe khabar na thi, unme ye hunar bhi hai..................
- हमने इश्क की तो जहाँ के गुनाहगार हो गए
- और वो दिल तोड़ के जैसे फरिस्ता हो गया.......................
- Humne ishq ki to jahan ke gunehgar ho gaye.........
- कभी तन्हाई, कभी तड़प, कभी बेबसी तो कभी इंतज़ार
- ये मर्ज़ भी क्या चीज है जिसे इश्क कहते है
- Kabhi tanhayi, kabhi tadap, kabhi bebasi to kabhi intazaar..
- Ye marz bhi kya khoob ~hai jise ishq kahte hai........
- कुछ यूँ हुवा हाल दिल्लगी में चोट खाकर…
- वफाए फितरत में रह गई और मोहब्बत से वास्ता न रहा................
- Kuch yun huwa haal dillagi me chot khakar..,
- Wafayen fitrat me rah ~gayi or mohabbat se wasta na raha..!
- सुना है उन्हें अब मे~रा चेहरा भी याद नहीं…
- हम तो उनकी यादों के गोद में आज भी सर रख के सोते है
- Suna hai unhe ab mera chehra bhi yaad nahi..
- Hum to unki yaadon ke god me, aaj bhi sir rakh ke sote hai..!
- आज फिर मेरे घर में कांच ही कांच बिखरे है
- खफा थे आईने से, तेरा अक्स बार बार दीखता था
- Aaj fir mere ghar me kaanch hi kaanch bikhre hai
- Khafa the aayine se, tera aks baar baar dikhata tha
- मई कैसे यकीन कर लू, मुझसे मोहब्बत नहीं थी उनको
- सुना है आज भी वो रोते है, मेरी तस्वीर सीने से लगा कर..!
- Mai kaise yakeen kar lu, mujhse mohabbat nahi thi unko..
- Suna hai aaj bhi wo rote hai, meri tasweer seene se laga kar..
- बरसो बाद नजरे मिली~ और नजरे झुकी उनकी
- ये तसल्ली है के उनमे कुछ तो हया बाकि है
- barso baad najre mili or najre jhuki unki
- ye tasalli hai ke unme kuch to haya baki hai
- मेरे ज़ख्मो का इलज़ा~ उनपर कभी लगाया ही नहीं…
- कसूर तो अपना था जो बिना बताये ही उन्हें अपना मान बैठे..!!
- Mere zakhmo k~a ilzaam unpar kabhi lagaya hi nahi..
- Kasoor to apna tha jo bin bataye hi unhe apna maan baithe..!
- कुछ यूँ हुवा अंजाम उनको करीब से जान के..
- उतना ही दूर हुवा दिल से वो शक्श जितना करीब था…!
- तकदीर के जुल्मो की अब इन्तेहाँ हो गयी
- मेरी कश्ती भी डूबी तब जब सामने था किनारा
- Takdeer ke julmo ki ab to intahaan ho gayi
- meri kashati bhi doobi tab, jab samne tha kinara
- बैठ के तन्हाई में जब ज~ब तुझे पुकारा है
- दिल में यादें आँख में आशु और खुद को तनहा ही पाया है
- Baith ke tanhai me jab jab tujhe pukara hai
- dil me yaden aankh me aasu or khud ko tanha hi pya hai
- क़तर क़तर ज़िन्द~गी को टुकडो में जिया करते है
- वक़्त ने मारा है हमको फिरभी वक़्त की क़दर करते है
- Qatra qatra zindagi ko tukdo me jiya karte hai
- Waqt ne mara hai h~umko firbhi waqt ki qadar karte hai
- तुम तो मेरे ही होते ~ए जान मेरी…
- अगर इस मुक़द्दर ने दगा न दिया होता..!
- Tum to mere hi hote aye jaan meri…
- Aagar is muqadd~ar ne daga na diya hota
- वो दिल में ज़ख्म दे के अक्शर मरहम भी लगाते रहे
- Is kadar humdardi wo zamane ko dikhlate rahe..
- Wo dil me zakhm de ke akhshar marham bhi lagate rahe..!
- सपनो में आके सता~ना किस्से सीखा
- हस के यूँ मुस्कुरा के दिल चुराना किस्से सीखा
- Sapno me aake satana kisse seekha..
- Has ke yun musku~ra ke dil churana kisse seekha..!
- साँसों में तेरी खुशबू है दिल में तू धडकती है
- कैसे बताऊँ तुझको~ मै तू कितना याद आती है
- Sanso me teri khushbu hai, dil me tu dhadakti hai..
- Kaise batau tujhko mai, tu kitna yaad aati hai.!
- दिल मेरा तोड़ के वो खुद भी रोया करते है
- ये उलझन है कैसी क्या वो मुझी से प्यार करते है
- Dil mera tod ke wo khud bhi roya karte hai..
- Ye uljhan hai kaysi, kya wo mujhse pyaar karte hai.
- अब याद आया है उसे ~मैंने कहा था कभी दूर न जाना
- चाहता था उसको कोई ठोकर लगी तब पहचाना
- Ab yaad aaya hai u~se maine kaha tha door na jana..
- Chahta tha usko koi, thokar lagi tab pahchana
- आज फिर दिन भर~ कुछ क़तर पलकों में रहेगा
- रात फिर उसे खाब में बिछड़ता हुवा देखा
- Aaj fir din bhar kuch qatre palko me rahege..
- Raat fir use khwab me bichadta hua dekha..!
- अब किसी और से मोहब्बत कर लू तो शिकायत न करना
- ये बुरी आदत भी मुझे तुम्ही से लगी है
- Ab kisi or se mohabbat kar loon to shikayat na karna..
- Ye buri aadat bhi mujhe tumhi se lagi hai
- दिल से बह रहा है लहू महसूस हुवा मुझे
- आज फिर उसका नाम मिटने की कोशिश की थी
- Dil se bah raha ha~i lahu mahsoos hua mujhe..
- Aaj fir uska naam mitane ki koshish ki thi..
- एक अरसा हो गया उन्हें देखे हुवे
- कल खाब में नजर ~आये भी तो तस्वीर की तरह
- Ek arsa ho gaya unhen dekhe huwe..
- Kal khwab me najar aaye bhi to tasveer ki tarah..!
- जिनकी दुवाओं में हम रहते है ख्वाहिश की तरह
- वो महफ़िल में न जाने क्यों दुश्मनों की तरह मिलते है
- Jinki Duaaon me hum rahte hai khwahish ki tarah..
- Wo mahfil me n~a jane kyon dushman ki tarah milte hai..
- वो थे खफा हमसे या हम थे खफा उनसे
- बस इसी कशमश में दूरियां बढती रही
- यादें रोई, सपने रोये ~या दिला रोया पता नहीं
- कल रात सिसकियाँ सुनाई दी सीने में धड़कन की तरह
- Yaaden royi, sapne~ roye ya dil roya pata nhi..
- Kal raat siskiyan sunai di seene me dhadkan Ki tarah.
- मत पूछ कैसे गुजरे दिन कैसी बीते रात..
- बहोत तनहा जिए है हम तुझसे बिछड़ने के बाद
- Mat Pooch kaise Gujre Din, Kaisi Beeti Raat..
- Bhot Tanha Jiye Hai Hum, Tujhse Bichadne Ke Baad..
- तेरे दिल में क्या है इसका कोई सुराग नहीं
- कमबख्त आँखों में कोई और तेरी जुबान में कोई और नज़र आता है
- Tere dil me kya hai iska koi to surag mile..
- Kambakht aankho me koi or, teri juban pe koi or najar aata hai.!
- तेरी बेरुखी पे ही मर मिटे है हम
- अगर मोहब्बत से ~पेश आते तो नजाने क्या होता..!
- Teri be rukhi pe ~hi mar mite hai hum,
- Agar mohabbat se pesh aate to najane kya hota.!!
- आज भी कितना नादा~न है दिल समझता ही नहीं
- बरसो बाद भी उन्हें देखा तो दुवाए मांग बैठा
- Aaj bhi kitna nada~n hai dil samajhta hi nahi,
- Barso baad bhi unhe dekha to duwayen mang baitha..
- मैंने कभी पुछा न~हीं क्यों कि यकीन था मुझे
- जो आँखों में मोहब्बत देखा वो मेरे ही लिए था
- Maine kabhi poocha nahi kyo ki yakeen tha mujhe,
- Jo aankhon me mohabbat dekha wo mere hi liye tha.
- नजाने कोन सी गुस्ताखी की जो ये हादसा हो गया
- खो दिया उन्हें बड़ी मिन्नतो से पाने के बाद
- Najane konsi gustakhi ki jo ye haadsa ho gya,
- kho diya unhe, badi minnato se pane ke baad.
- देखना मै तुम्हे क~हीं भूल ही न जाऊं
- इतने मुद्दतों तक कोई खफा नहीं रहते
- Dekhna mai tum~he kahin bhool hi na jaaun,
- Itne muddaton tak koi khafa nahi rahte..
- मेरी यादों में मरे ख्वा~बो में तेरी रहगुजर है बाकि
- लेजाओ के अब मेरा इनपर कोई इख़्तियार नहीं
- Meri yaadon me, mere khwabon me teri rehguzar hai baki,
- Lejao ke ab mera inpar koi ikhtiyar nahi.
- ये मुमकिन है तुझ~से न मिलूं मै बिछड़ने के बाद,
- मेरी यादें तुझसे न जुदाई चाहे तो क्या करू..!
- Ye mumkin hai tuj~hese na milu mai bichadne ke baad,
- Meri yaaden tujhse na judai chahe to kya karun..
- मेरे ज़ख्मो की खबर देदो उन्हें आय ज़माने वालो
- बहोत खुश हुवा करते थे वो मेरी राहों में कांटे बिछा कर
- Mere zakhmo ki khabar de do unhe ay zamane walon,
- Bhot khush huwa karte the wo meri rahon me kante bicha kar.
- ये नींदों की है ख्वाहिश~ तेरा ख्वाबों में आना,
- आँखों का कसूर नहीं जो तेरा दीदार करती है…!
- Ye neendon ki hai khwahish tera khwaabon me aana..
- aankhon ka kasoor nahi jo tera deedar karti hai..
- मेरी आँखों से वो तस्वीर भी मिटा दे या रब
- अब खाब में भी वो~ चेहरा देखा नहीं जाता
- Meri aankhon se wo tasweer bhi mita de yaa rab..
- ab sapne me bhi wo ~chehra dekha nai jata.
- मेरी रत्जग्गो का सबब पूछते है दुनिया वाले
- लब ये खामोश है कही~ तुमपे न कोई इलज़ाम आये
- Meri ratjago ka sabab poochte hai duniya wale..
- lab ye khamosh hai,~ kahi tumpe na koi ilzaam aaye..
- मत पूछ वो इंसान कितना संगदिल निकला
- जिन्हें गल्ती से खुशियों का मसीहा समझ बैठे
- Mat Pooch Wo insaa~n Kitna Sangdil Nikla..
- Jinhe Galati Se Khushiyon Ka Mashiha Samajh Baithe..
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- हम तो मोहब्बत लुटाने ~को बेकरार थे हाकिम
- पर जी भी मिला पहले से मसरूफ निकला
- मेरी एक तकलीफ भी गवारा न थी जिन्हें
- वो तनहा छोड़ गया~ है अब यकीन नहीं होता
- Meri eak takleef bhi gawara na thi jinhe..
- wo tanha chhod gaya hai, ab yakeen nahi hota..
- ये दिल ही है फरेब जो तेरी आरजू करता है
- हमे तो खबर ~थी तू बेवफा निकलेगा
- YE DIL HI HAI~ FAREEB JO TERI AARJOO KARTA HAI..
- HUME TO KHABAR THI TU BEWAFA NIKLEGA
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- Ji lene do kuch pal uske gham ke saaye me yaron..
- Wo fir yaad aaye hai shayad, dil udas sa lag raha hai..
- जी लेने दो कुछ पल~ उसके ग़म के साये में यारों
- वो फिर याद आये है शायद, दिल उदास सा लग रहा है
- वो पूछती थी अ~क्शर मै समझा नहीं
- हम किसी और के हो जाए तो क्या करोगे..?
- Wo poochti thi~ akhshar maine samjha nahi,
- Hum kisi or ke ho jaye to kya karoge…
- पुछा जो सवाल क्या रिश्ता है मुझसे
- पहले दिल फिर वो अब रब भी खामोश हो गया
- Poocha jo sawaal kya rishta hai mujhse..,
- Pahle dil, fir wo~, ab rab bhi khamosh ho gaya..
- सो जाऊं उमर भर ~के लिए जो वो एक बार कह दे
- ख्वाब में मिलने आयेगे इंतज़ार करना
- So jaaun umar bh~ar ke liye jo wo eak baar kah de…
- Khwaab me milne aayege, intzaar karna
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