2 line twitter shayari2017


  1. आइना और परछाई के 
  2. जैसे मित्र रखो क्योकि...

  3. आइना कभी झूठ नही बोलता
  4. और
  5.  परछाई कभी साथ नही छोङती......
  6. ...............................................
  7. " मुस्कान" ~और "मदद" 
  8.    ये दोनों ऐसे इत्र है जिन्हें 
  9. जितना अधिक दूसरो पर 
  10.   छिड़केंगे उतना ही अधिक 
  11. सुगंध आपके अन्दर आयेगी ...
  12. ........................................
  13. अगर तुम उस वक्त 
  14. मुस्कुरा सकते हो जब 
  15.   तुम पूरी तरह टूट चुके हो 
  16. तो यकीन कर लो कि 
  17.   दुनिया में तुम्हे कभी कोई 
  18. तोड़ नही सकता ...
  19. .....................................
  20. रिश्ते चाहे कितने भी बुरे हों 
  21. लेकिन कभी भी उन्हें मत तोड़ना 
  22. क्योंकि पानी चाहें कितना भी गंदा हों 
  23. प्यास नहीँ तो आग तो बुझा ही देता हैं 
  24. ............................................
  25. इश्क वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेलें
  26. रूह तक काँप जाती है सदमे सहते-सहते।
  27. ..............................................
  28. तमन्ना ने तेरी
  29. होठो पे ऊँगली
  30. रख कर
  31. जैसे ही ~कहा
  32. "श्श श्श्श"
  33. सारे मेरे ख्वाब
  34. ठिठक कर
  35. रुक गए.....
  36. ............................
  37. जब भी..
  38. लम्हों को रोककर
  39. उनके साथ गुफ्तगू करने बैठे
  40. तो
  41. समय कैसे गुजर गया
  42. पता ही नही चलता..
  43. ..........................................
  44. अगर....

  45. घर के अंदर भी
  46. "चाँद" की चांदनी
  47. मुझे ढूंढ़कर गुदगुदा दे
  48. तो मै क्या करु .....
  49. ..............................................
  50. उलझने हैं बहुत...
  51. सुलझा लिया करती हूँ ...
  52. फोटो खिंचवाते वक़्त मैं अक्सर...

  53. मुस्कुरा लिया करती ..हूँ
  54. ..............................................
  55. ना कहा करो हर ~बार
  56. हम छोड़ देगें तुमको.......
  57. ना हम इतने आम है और
  58. ना ये आपके बसकी बात है..
  59. ................................................
  60. जीवन में सबसे कठिन ~दौर यह नहीं है जब कोई तुम्हें समझता नहीं है;
  61. बल्कि यह तब होता है जब तुम अपने आप को नहीं समझ पाते।
  62. .................................................
  63. Wife की सहेली मिलने आई बातचीत होने के बाद पति: डियर रसोई मे दाल जल रही ह
  64. wife=दाल जल रही ह तो जलने दो पर मैं तुम्हारी दाल गलने नहीं दूंगी😝
  65. .....................................................
  66. मंजिल मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है,
  67. हम कोशिश भी ना करें ये तो गलत बात है
  68. .........................................................
  69. फेसबुक पर लड़की की फ्रेँड रिक्वेस्ट आने पर
  70. आम आदमी अपने 4-5 दोस्तों को याद करके सोचता है
  71. कि इनमेँ से किस हरामखोर की फेक आइडी हो सकती है ये
  72. ...................................................
  73. कुछ कर गुजरने के लिए, मौसम नहीं मन चाहिए;
  74. साधन सभी जुट जायेंगे, बस संकल्प का धन चाहिए।
  75. ...................................................
  76. हर रोज...

  77. इतना मुस्कुराया~ करो
  78. कि
  79. गम भी कहे,,
  80. यार मै गलती से आ गया
  81. ........................................................
  82. राहुल का दर्द वही समझ सकते ह
  83. जिन्होंने जोश जोश मे बीवी से बहस शुरू की
  84. हो और जलील होकर अंत मे खुद से पूछा हो
  85. की साले बहस शुरू ही क्यों की थी..
  86. .............................
  87. आपसी भरोसा विश्वास को डोर 
  88. प्यार के बंधन में बांध देती है 
  89. ये रिश्ता बनता आसमन पर है
  90. और इसे निभाना ज़मीन पर होता है!! 
  91. ............................
  92. अगर पाना है मंज़िल तो 
  93. अपना रहनुमा खुद बनो;
  94. वो अक्सर भटक जाते हैं 
  95. जिन्हें सहारा मिल जाता है।
  96. ....................
  97. जिस परमात्मा ने हमारे जन्म से पहले ही
  98. जिंदा रहने हेतु हवा,दूध की व्यवस्था की हे
  99. उन पर भरोसा ही सच्ची प्राथना हे
  100. बाकी सब ढकोसले अहंकार हे
  101. ..............................
  102. बड़ा आदमी
  103. वो कहलाता है!!

  104. जिससे मिलने के बाद
  105. हम छोटा महसूस ना करे
  106. ................................
  107. बुरा वक्त सब पे
  108. आता है...

  109. कोई बिखर जाता है~ और
  110. कोई निखर जाता है.
  111. ..............................
  112. खुद पर हो विश्वास
  113. और मन में हो आस्था;
  114. फिर कितनी भी आ जायें बाधाएं, 
  115. मिल ही जाता है रास्ता..
  116. .........................

  117.  
  118. आदत नही है...
  119. पीठ पीछे वार करने की
  120. .
  121. .
  122. दो शब्द...कम बोलते है

  123. पर सामने बोलते है!..
  124. ............................
  125. अपने छत पर उमड़े
  126. बदलो से कहना हमे न परेशान किया करे
  127. वरना खिड़कियों के पर्दो से छन्न कर आती
  128. मेरी रौशनी आपको ~गुदगुदाएगी :)
  129. फिर न कहना..
  130. ..........................
  131. जीवन मे कम से कम एक सच्चा मित्र हमेशा अपने पास रखो

  132. ताकि

  133. जिस दिन आपके यहा तुरई-करेला-कुंदरू की सब्जी बने उस दिन उसके घर जाकर खाना खा सको
  134. .......................
  135. एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है
  136. -कभी चुप भी रहा करो      

  137. एक बुद्धिमान पति कहता है 
  138. -तुम्हारे लब खामोश रहते है तो चेहरा हसीन लगता है।
  139. ..................................
  140. जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी मे बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला

  141. -जल्दी वापस नहीं आते ।

  142.  ज्ञान समाप्त ।
  143. ...........................
  144. जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो, 

  145. वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है
  146. ......................
  147. आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है,
  148. जिसके पंडाल में ~गर्म पोहा, समोसा जलेबी और अदरक वाली चाय मिले।
  149. ......................
  150. इतनी अहमियत तो दोस्तो में बना ही ली है कि...

  151. "मेला लग जायेगा उस दिन शमशान में,
  152. जिस दिन"मैँ"चला जाँऊगा आसमान में..
  153. ...............................
  154. बहु के घर आने पर सास ने कहा,  😒😒
  155. "बेटी  आज से मुझे माँ और अपने ससुर को पापा कहना।" 

  156. शाम को पति के घर आने पर पत्नी बोली
  157. "माँ  भैया आ गये
  158. ...............................
  159. ऐसा तो नहीं कहूँगा कि 
  160. तुझ बिन मुस्कुराना नही आता,

  161. मगर तुझ बिन रह लूँ बगैर आंसू के
  162. ऐसा हो नही पाता...
  163. ...............................
  164. ऐसा तो नहीं कहूँगा कि 
  165. तुझ बिन मुस्कुराना नही आता,

  166. मगर तुझ बिन रह लूँ बगैर आंसू के
  167. ऐसा हो नही पाता I
  168. ......................
  169. "किस को क्या ~इलज़ाम दूं
  170. दोस्तो...,
  171. जिन्दगी में सताने वाले भी अपने
  172. थे,
  173. और दफनाने वाले
  174. भी अपने थे...
  175. .................
  176. कम शब्दों में पूरी ~बात कह डालो
  177. नहीं तो चरित्र ही ऐसा बना लो 
  178. तुम्हारे बिना बोले ही 
  179. तुम्हारा काम बोल डाले
  180. ..............................
  181. थोडा इंतज़ार कर लेती 
  182. पगली...
  183. Time खराब था हमारा दिल♡थोड़ी.
  184. .........................
  185. मंजिल तो हांसिल कर ही लेंगे कहीं किसी रोज,
  186. ठोकरें ज़हर तो नहीं जो खा के मर जाएँ
  187. ...........................
  188. तुमने देखा है कभी चाँद पे बहता पानी
  189. मैंने देखा है ये मंज़र उसके रुख़्सार पे अक्सर
  190. .......................
  191. बोलो किस तरह से मनाऊँ तुम्हें…

  192. होंठ़ होंठों पे रख दूँ ? ~या पाँव पर..
  193. ............................
  194. नाम बदनाम होने की चिंता छोड़ दी मैंने
  195. .
  196. .
  197. .
  198. गुनाह हुआ है तो हुआ है! क़ुबूल !
  199. .......................
  200. यूँ तो कटे हुए उस ~पेड़ को एक ज़माना हो गया,
  201. मगर ढूँढने अपना ठिकाना परिंदा रोज आता है…
  202. ..........................
  203. तेरे एक-एक लफ़्ज को, हज़ार मतलब पहनाये हमने,
  204. चैन से सोने न दिया तेरी अघूरी बातों ने
  205. ..........................
  206. मैंने देखा था एक ख्वाब कभी….
  207. तेरी साडी में उलझी थीं चाबियां मेरे घर की ..
  208. ............................
  209. हम जो चलते हैं तो ख़ुद बनता चला जाता है
  210. लाख मिट्टी में छुपा कर कोई रस्ता रख दे
  211. ...............................
  212. उदास हो गई एक फ़ाख़्ता चहकती हुई
  213. किसी ने क़त्ल किया है ये इंतिक़ाल नहीं
  214. ...........................
  215. नज़र आती नहीं सड़कों पे लाशें
  216. अमीर-ए-शहर अंधा हो गया है
  217. ..............................
  218. इश्क़ की चोट का ~कुछ दिल पे असर हो तो सही
  219. दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही
  220. .......................
  221. मुझ पर सितम ढा गयें मेरी ही
  222.  गझल के शेर पढ़ पढ़ के वो 
  223. खो रहे है किसी और के खयाल में..
  224. ...........................
  225. मैने कभी समझदार होना नहीं सीखा 
  226. लोगों के बेवकुफ़ ~कैसे बनाना है उसके लिए साल भर का सर्टिफिकेट कोर्स किया है
  227. ..........................
  228. जितने लोगों ने ब्लाक कर रहा है,

  229. अब उससे ज्यादा फॉलोवर हो रहे है

  230. दुनिया इतनी बुरी भी नहीं है साहेब
  231. ............................
  232. हे गुज़ारिश हर माँ बाप से ये बदलते दौर की निशानी है 
  233. लड़के को पराठे, लड़की को कराटे सिखाने भी ज़रूरी हैं
  234. ............................
  235. मेरी नींद का भी किसी के साथ चक्कर चल रहा है
  236. दिन रात अब वो भी गायब रहने लगी है तेरी तरह....
  237. ........................
  238. शाम होने को आई है
  239. लेकिन किसी दोस्त का
  240. अभी तक फ़ोन नहीं आया
  241. चल आज दारु पार्टी मेरी तरफ से .
  242. ..............................
  243. चलो आज खामोश प्यार को एक नाम दे 
  244. अपनी मोहब्बत को एक प्यारा अंजाम दे दे.
  245. .................................
  246. इससे पहले न कहीं रूठ न जाए मौसम
  247. मेरे धड़कते अरमानों ~को एक शाम दे दे.....
  248. ............................
  249. वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
  250. हमें तो देखना है तू बेवफा कहाँ तक है....
  251. ............................
  252. न पूछ मेरे सब्र का इन्तेहाँ कहाँ तक है
  253. कर ले तू सितम तेरी ~हसरत जहाँ तक है...
  254. ..................................
  255. सुना है वो पूजते हैं पत्थरों को
  256. इसलिए अपना दिल पत्थरों का बना लिया...
  257. ........................
  258. मोहब्बत मुकद्दर है कोई ख्वाब नहीं
  259. ये वो अदा है जिसमे सब कामयाब नहीं
  260. जिन्हें पनाह मिली उँगलियों पर गिन लो
  261. जो बर्बाद हुए उनका हिसाब नहीं.
  262. .............................
  263. कोई तो है मेरे अन्दर मुझको संभाले हुवे
  264. की बेकरार हो कर भी बेकरार हूँ.....
  265. ........................
  266. जिंदगी मे मंजिले ~मिलती जाती हैं लेकिन
  267. वो लोग नहीं मिलते जिन्हें दिल चाहता है..
  268. .....................
  269. रूठूंगा अगर तुमसे तो इस कदर रूठूंगा की
  270. ये तेरी आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी...
  271. ...........................
  272. वो तब भी थी अब भी है और हमेशा रहेगी
  273. ये मोहब्बत है ~पढाई नही जो पूरी हो जाऐ ।
  274. ............................
  275. कभी मोहोब्बत हुई थी हमें ...
  276. आज ... आज शेर लिखते हैं ... सुनाते हैं ....
  277. .............................
  278. अब तो मोहब्बत भी सरकारी नौकरी जैसी लगती है
  279. कमबख्त गरीबों को तो मिलती ही नहीं॥
  280. ......................
  281. हमारी समझ से बाहर तो नहीं हो
  282. पर फिर भी
  283. तुझे समझ नहीं पा रहे है.
  284. ........................
  285. एक वक्त था 
  286. तब तु हमारी नजरो के सामने 
  287. मुस्कुराया करती~ थी..

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