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2 line twitter shayari2017
- आइना और परछाई के
- जैसे मित्र रखो क्योकि...
- आइना कभी झूठ नही बोलता
- और
- परछाई कभी साथ नही छोङती......
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- " मुस्कान" ~और "मदद"
- ये दोनों ऐसे इत्र है जिन्हें
- जितना अधिक दूसरो पर
- छिड़केंगे उतना ही अधिक
- सुगंध आपके अन्दर आयेगी ...
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- अगर तुम उस वक्त
- मुस्कुरा सकते हो जब
- तुम पूरी तरह टूट चुके हो
- तो यकीन कर लो कि
- दुनिया में तुम्हे कभी कोई
- तोड़ नही सकता ...
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- रिश्ते चाहे कितने भी बुरे हों
- लेकिन कभी भी उन्हें मत तोड़ना
- क्योंकि पानी चाहें कितना भी गंदा हों
- प्यास नहीँ तो आग तो बुझा ही देता हैं
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- इश्क वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेलें
- रूह तक काँप जाती है सदमे सहते-सहते।
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- तमन्ना ने तेरी
- होठो पे ऊँगली
- रख कर
- जैसे ही ~कहा
- "श्श श्श्श"
- सारे मेरे ख्वाब
- ठिठक कर
- रुक गए.....
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- जब भी..
- लम्हों को रोककर
- उनके साथ गुफ्तगू करने बैठे
- तो
- समय कैसे गुजर गया
- पता ही नही चलता..
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- अगर....
- घर के अंदर भी
- "चाँद" की चांदनी
- मुझे ढूंढ़कर गुदगुदा दे
- तो मै क्या करु .....
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- उलझने हैं बहुत...
- सुलझा लिया करती हूँ ...
- फोटो खिंचवाते वक़्त मैं अक्सर...
- मुस्कुरा लिया करती ..हूँ
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- ना कहा करो हर ~बार
- हम छोड़ देगें तुमको.......
- ना हम इतने आम है और
- ना ये आपके बसकी बात है..
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- जीवन में सबसे कठिन ~दौर यह नहीं है जब कोई तुम्हें समझता नहीं है;
- बल्कि यह तब होता है जब तुम अपने आप को नहीं समझ पाते।
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- Wife की सहेली मिलने आई बातचीत होने के बाद पति: डियर रसोई मे दाल जल रही ह
- wife=दाल जल रही ह तो जलने दो पर मैं तुम्हारी दाल गलने नहीं दूंगी😝
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- मंजिल मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है,
- हम कोशिश भी ना करें ये तो गलत बात है
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- फेसबुक पर लड़की की फ्रेँड रिक्वेस्ट आने पर
- आम आदमी अपने 4-5 दोस्तों को याद करके सोचता है
- कि इनमेँ से किस हरामखोर की फेक आइडी हो सकती है ये
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- कुछ कर गुजरने के लिए, मौसम नहीं मन चाहिए;
- साधन सभी जुट जायेंगे, बस संकल्प का धन चाहिए।
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- हर रोज...
- इतना मुस्कुराया~ करो
- कि
- गम भी कहे,,
- यार मै गलती से आ गया
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- राहुल का दर्द वही समझ सकते ह
- जिन्होंने जोश जोश मे बीवी से बहस शुरू की
- हो और जलील होकर अंत मे खुद से पूछा हो
- की साले बहस शुरू ही क्यों की थी..
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- आपसी भरोसा विश्वास को डोर
- प्यार के बंधन में बांध देती है
- ये रिश्ता बनता आसमन पर है
- और इसे निभाना ज़मीन पर होता है!!
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- अगर पाना है मंज़िल तो
- अपना रहनुमा खुद बनो;
- वो अक्सर भटक जाते हैं
- जिन्हें सहारा मिल जाता है।
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- जिस परमात्मा ने हमारे जन्म से पहले ही
- जिंदा रहने हेतु हवा,दूध की व्यवस्था की हे
- उन पर भरोसा ही सच्ची प्राथना हे
- बाकी सब ढकोसले अहंकार हे
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- बड़ा आदमी
- वो कहलाता है!!
- जिससे मिलने के बाद
- हम छोटा महसूस ना करे
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- बुरा वक्त सब पे
- आता है...
- कोई बिखर जाता है~ और
- कोई निखर जाता है.
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- खुद पर हो विश्वास
- और मन में हो आस्था;
- फिर कितनी भी आ जायें बाधाएं,
- मिल ही जाता है रास्ता..
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- आदत नही है...
- पीठ पीछे वार करने की
- .
- .
- दो शब्द...कम बोलते है
- पर सामने बोलते है!..
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- अपने छत पर उमड़े
- बदलो से कहना हमे न परेशान किया करे
- वरना खिड़कियों के पर्दो से छन्न कर आती
- मेरी रौशनी आपको ~गुदगुदाएगी :)
- फिर न कहना..
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- जीवन मे कम से कम एक सच्चा मित्र हमेशा अपने पास रखो
- ताकि
- जिस दिन आपके यहा तुरई-करेला-कुंदरू की सब्जी बने उस दिन उसके घर जाकर खाना खा सको
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- एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है
- -कभी चुप भी रहा करो
- एक बुद्धिमान पति कहता है
- -तुम्हारे लब खामोश रहते है तो चेहरा हसीन लगता है।
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- जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी मे बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला
- -जल्दी वापस नहीं आते ।
- ज्ञान समाप्त ।
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- जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो,
- वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है
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- आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है,
- जिसके पंडाल में ~गर्म पोहा, समोसा जलेबी और अदरक वाली चाय मिले।
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- इतनी अहमियत तो दोस्तो में बना ही ली है कि...
- "मेला लग जायेगा उस दिन शमशान में,
- जिस दिन"मैँ"चला जाँऊगा आसमान में..
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- बहु के घर आने पर सास ने कहा, 😒😒
- "बेटी आज से मुझे माँ और अपने ससुर को पापा कहना।"
- शाम को पति के घर आने पर पत्नी बोली
- "माँ भैया आ गये
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- ऐसा तो नहीं कहूँगा कि
- तुझ बिन मुस्कुराना नही आता,
- मगर तुझ बिन रह लूँ बगैर आंसू के
- ऐसा हो नही पाता...
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- ऐसा तो नहीं कहूँगा कि
- तुझ बिन मुस्कुराना नही आता,
- मगर तुझ बिन रह लूँ बगैर आंसू के
- ऐसा हो नही पाता I
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- "किस को क्या ~इलज़ाम दूं
- दोस्तो...,
- जिन्दगी में सताने वाले भी अपने
- थे,
- और दफनाने वाले
- भी अपने थे...
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- कम शब्दों में पूरी ~बात कह डालो
- नहीं तो चरित्र ही ऐसा बना लो
- तुम्हारे बिना बोले ही
- तुम्हारा काम बोल डाले
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- थोडा इंतज़ार कर लेती
- पगली...
- Time खराब था हमारा दिल♡थोड़ी.
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- मंजिल तो हांसिल कर ही लेंगे कहीं किसी रोज,
- ठोकरें ज़हर तो नहीं जो खा के मर जाएँ
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- तुमने देखा है कभी चाँद पे बहता पानी
- मैंने देखा है ये मंज़र उसके रुख़्सार पे अक्सर
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- बोलो किस तरह से मनाऊँ तुम्हें…
- होंठ़ होंठों पे रख दूँ ? ~या पाँव पर..
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- नाम बदनाम होने की चिंता छोड़ दी मैंने
- .
- .
- .
- गुनाह हुआ है तो हुआ है! क़ुबूल !
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- यूँ तो कटे हुए उस ~पेड़ को एक ज़माना हो गया,
- मगर ढूँढने अपना ठिकाना परिंदा रोज आता है…
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- तेरे एक-एक लफ़्ज को, हज़ार मतलब पहनाये हमने,
- चैन से सोने न दिया तेरी अघूरी बातों ने
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- मैंने देखा था एक ख्वाब कभी….
- तेरी साडी में उलझी थीं चाबियां मेरे घर की ..
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- हम जो चलते हैं तो ख़ुद बनता चला जाता है
- लाख मिट्टी में छुपा कर कोई रस्ता रख दे
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- उदास हो गई एक फ़ाख़्ता चहकती हुई
- किसी ने क़त्ल किया है ये इंतिक़ाल नहीं
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- नज़र आती नहीं सड़कों पे लाशें
- अमीर-ए-शहर अंधा हो गया है
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- इश्क़ की चोट का ~कुछ दिल पे असर हो तो सही
- दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही
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- मुझ पर सितम ढा गयें मेरी ही
- गझल के शेर पढ़ पढ़ के वो
- खो रहे है किसी और के खयाल में..
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- मैने कभी समझदार होना नहीं सीखा
- लोगों के बेवकुफ़ ~कैसे बनाना है उसके लिए साल भर का सर्टिफिकेट कोर्स किया है
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- जितने लोगों ने ब्लाक कर रहा है,
- अब उससे ज्यादा फॉलोवर हो रहे है
- दुनिया इतनी बुरी भी नहीं है साहेब
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- हे गुज़ारिश हर माँ बाप से ये बदलते दौर की निशानी है
- लड़के को पराठे, लड़की को कराटे सिखाने भी ज़रूरी हैं
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- मेरी नींद का भी किसी के साथ चक्कर चल रहा है
- दिन रात अब वो भी गायब रहने लगी है तेरी तरह....
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- शाम होने को आई है
- लेकिन किसी दोस्त का
- अभी तक फ़ोन नहीं आया
- चल आज दारु पार्टी मेरी तरफ से .
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- चलो आज खामोश प्यार को एक नाम दे
- अपनी मोहब्बत को एक प्यारा अंजाम दे दे.
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- इससे पहले न कहीं रूठ न जाए मौसम
- मेरे धड़कते अरमानों ~को एक शाम दे दे.....
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- वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
- हमें तो देखना है तू बेवफा कहाँ तक है....
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- न पूछ मेरे सब्र का इन्तेहाँ कहाँ तक है
- कर ले तू सितम तेरी ~हसरत जहाँ तक है...
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- सुना है वो पूजते हैं पत्थरों को
- इसलिए अपना दिल पत्थरों का बना लिया...
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- मोहब्बत मुकद्दर है कोई ख्वाब नहीं
- ये वो अदा है जिसमे सब कामयाब नहीं
- जिन्हें पनाह मिली उँगलियों पर गिन लो
- जो बर्बाद हुए उनका हिसाब नहीं.
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- कोई तो है मेरे अन्दर मुझको संभाले हुवे
- की बेकरार हो कर भी बेकरार हूँ.....
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- जिंदगी मे मंजिले ~मिलती जाती हैं लेकिन
- वो लोग नहीं मिलते जिन्हें दिल चाहता है..
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- रूठूंगा अगर तुमसे तो इस कदर रूठूंगा की
- ये तेरी आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी...
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- वो तब भी थी अब भी है और हमेशा रहेगी
- ये मोहब्बत है ~पढाई नही जो पूरी हो जाऐ ।
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- कभी मोहोब्बत हुई थी हमें ...
- आज ... आज शेर लिखते हैं ... सुनाते हैं ....
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- अब तो मोहब्बत भी सरकारी नौकरी जैसी लगती है
- कमबख्त गरीबों को तो मिलती ही नहीं॥
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- हमारी समझ से बाहर तो नहीं हो
- पर फिर भी
- तुझे समझ नहीं पा रहे है.
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- एक वक्त था
- तब तु हमारी नजरो के सामने
- मुस्कुराया करती~ थी..
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