शनिवार, अप्रैल 22, 2017

देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके

देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं;
दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं;
नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर;
फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं↫↫↫

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