रूठी सी ज़िन्दगी को मनाना तो आता है

​रूठी सी ज़िन्दगी को मनाना तो आता है​;​​​​
लोगों को ​हँसाना तो आता है​;​​
क्या हुआ जो न बस सके किसी के दिल में​;​​
लोगों को अपने दिल में बसाना तो आता है↵↵↵

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