1. जो था मेरे कभी मुस्कुराने की वजह,
आज उसकी कमी ने मेरी पलको को भिगो दिया↭↭
2. न मेरा नाम था,न दाम था बाजारे मोहब्बत मे,
तुमने भाव पूछकर अनमोल कर दिया⇱⇱⇱
3. उसको छूना जुर्म है तो मेरी सजा-ए-मौत का इंतजाम करो,
मेरे दिल की जिद है की आज उसे सीने से लगाना है⇱⇱⇱
आज उसकी कमी ने मेरी पलको को भिगो दिया↭↭
2. न मेरा नाम था,न दाम था बाजारे मोहब्बत मे,
तुमने भाव पूछकर अनमोल कर दिया⇱⇱⇱
3. उसको छूना जुर्म है तो मेरी सजा-ए-मौत का इंतजाम करो,
मेरे दिल की जिद है की आज उसे सीने से लगाना है⇱⇱⇱
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