मोहब्बत के दरवाज़े पर कोइ परदा मार्च 09, 2017 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप मोहब्बत के दरवाज़े पर कोइ परदा न था पर उनके दिल में नक़ाब था वो मेरे नज़दीक होकर भी दूर थे। हम उनके पास आकर लौट चले⇔⇔⇔⇔ टिप्पणियाँ
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