बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये अप्रैल 21, 2017 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये, कि वो आज नजरों से हमें अपनी पिलायें; मजा तो तब ही पीने का यारो, इधर हम पियें और नशा उनको हो जाये🔼🔼🔼 टिप्पणियाँ
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