तो लबों पे अक्सर फरियाद आती

ख्याल में आता है जब भी उसका चेहरा;
तो लबों पे अक्सर फरियाद आती है;
भूल जाता हूँ सारे गम और सितम उसके;
जब भी उसकी थोड़ी सी मोहब्बत याद आती है↵↵↵↵

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