ख़ामोशियों के सिलसिले बढ़ते गए अप्रैल 16, 2017 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप ख़ामोशियों के सिलसिले बढ़ते गए; कारवाँ चलता रहा हम भी चलते गए; ना उनको ख़बर, ना हमें उनकी फिकर; ज़िंदगी जिस राह ले चली हम भी चलते गए⬉⬉⬉⬉ टिप्पणियाँ
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