हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन मई 10, 2017 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो, नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो, हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर, खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो↵↵↵ टिप्पणियाँ
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें