बुधवार, मई 10, 2017

हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन

सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर,
खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो↵↵↵

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