इंतज़ार तो सुबह दोबारा शुरू होगा मई 07, 2017 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप ऐ पलक तू बंद हो जा; ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी; इंतज़ार तो सुबह दोबारा शुरू होगा; कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी↵↵↵ टिप्पणियाँ
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें