काश फिर मिलने की वो वजह मिल जाए, साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए; चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लेते हैं, क्या पता गुज़रा हुआ वो कल मिल जाए↴↴↴ |
काश फिर मिलने की वो वजह मिल जाए, साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए; चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लेते हैं, क्या पता गुज़रा हुआ वो कल मिल जाए↴↴↴ |
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