#यही अंदाज़ है मेरा समन्दर फतह करने का@
#मेरी कागज़ की कश्ती में कई जुगनू भी होते हैं@
#गुलाबों की तरह दिल अपना शबनम में भिगोते हैं@
#मुहब्बत करने वाले खूबसूरत लोग होते हैं-----
#मेरी कागज़ की कश्ती में कई जुगनू भी होते हैं@
#गुलाबों की तरह दिल अपना शबनम में भिगोते हैं@
#मुहब्बत करने वाले खूबसूरत लोग होते हैं-----
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