ishq shayari two lines hindi font


  1. ↪ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की;
  2. ↪बड़े खुश नसीब हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते..

  3. ↪मुझ में बेपनाह मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं;
  4. ↪तुम अगर चाहो तो मेरी साँसो की तलाशी ले लो..

  5. ↪ना हथियार से मिलते हैं ना अधिकार से मिलते हैं;
  6. ↪दिलों पर कब्जे तो बस प्यार और प्यार से मिलते हैं..


  7. ↪हक़ीक़त हो तुम कैसे तुझे सपना कहूँ;
  8. ↪तेरे हर दर्द को में अपना कहूँ;
  9. ↪सब कुछ क़ुर्बान है मेरे प्यार पर;
  10. ↪कौन है तेरे सिवा जिसे में अपना कहूँ..

  11. मिट्टी की बनी हूँ महक उठूंगी;
  12. बस तू इक बार बेइन्तहा 'बरस' के तो देख..


  13. हैं परेशानियाँ यूँ तो बहुत सी ज़िंदगी में;
  14. तेरी मोहब्बत सा मगर, कोई तंग नहीं करता!


  15. ↪तुम्हारी एक मुस्कान से सुधर गई तबियत मेरी;
  16. ↪बताओ ना तुम इश्क करते हो या इलाज करते हो!


  17. ↪इश्क़ कर लीजिये बेइंतेहा किताबों से;
  18. ↪एक यही हैं जो अपनी बातों से पलटा नहीं करतीं↫↫


  19. ↜बंध जाये किसी से रूह का बंधन;
  20. ↜तो इजहार ए मोहब्बत को अल्फ़ाज़ों की जरुरत नहीं होती!


  21. इतना शौंक मत रखो इन इश्क की गलियों में जाने का;
  22. क़सम से रास्ता जाने का है आने का नहीं!


  23. एक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना;
  24. बस फिर क्या था तब से मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा!

  25. सिर्फ बिछड़ जाने से ही तो रिश्ता खतम नहीं होता;
  26. प्यार वो कुआ है जिसका पानी कभी कम नहीं होता!

  27. कौन कहता है मुर्दे जिया नहीं करते;
  28. मैंने आशिकों की बस्ती में लाशों को चलते देखा है!


  29. खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं;
  30. दिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतीं;
  31. चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुज़ूर;
  32. इश्क़ की राह में मनमर्जियाँ नहीं चलतीं!


  33. पलकों से पानी गिरा है तो उसे गिरने दो;
  34. सीने में कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी!

  35. तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में एक बार;
  36. दर्द हो तो समझ लेना मोहब्बत अभी बाकी है!


  37. ↜कितनी मोहब्बत है तुमसे, कोई सफाई ना देंगे;
  38. ↜साये की तरह रहेंगे तेरे साथ, पर दिखाई ना देंगें⇗⇗

  39. ⇖लफ़्ज़ों के इत्तेफाक़ में, यूँ बदलाव करके देख;
  40. तू देख कर न मुस्कुरा, बस मुस्कुरा के देख⇖⇖

  41. आरज़ू होनी चाहिए किसी को याद करने की;
  42. लम्हें तो अपने आप मिल जाते हैं!

  43. कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है;
  44. कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है;
  45. पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से;
  46. तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है!

  47. ख़ुदा तो उसकी आँखों में था;
  48. हम खामखाँ आयतें पढ़ते रहे!


  49. तेरा इश्क़ ही है मेरी बंदगी, मुझे और कुछ तो खबर नहीं;
  50. तुझे देख कर देखूँ और कहीं, अब मेरे पास वो नज़र नहीं!


  51. गीली लकड़ी सा इश्क तुमने सुलगाया है;
  52. न पूरा जल पाया कभी न ही बुझ पाया है!



  53. उसके लिये तो मैंने यहा तक दुआएं की है;
  54. कि कोई उसे चाहे भी तो बस मेरी तरह चाहे!


  55. ⇖एहसासों की अगर जुबाँ होती;
  56. दुनियां फिर खूबसूरत कहाँ होती;
  57. लफ़्ज़ बन जातें हैं पर्दे जज़्बात के;
  58. अजी फिर कैसे ये मोहोब्बत बयाँ होती⇖⇖⇖


  59. ⇖लिख दूं किताबें तेरी मासूमियत पर, फिर डर लगता है;
  60. ⇖कहीं हर कोई तुझे पाने का तलबगार ना हो जाये⇙⇙⇙


  61. उम्र निसार दूं तेरी उस एक नज़र पे;
  62. जो तू मुझे देखे और मैं तेरा हो जाउं!



  63. सिर्फ एक बार आओ दिल में, देखने मुहब्बत अपनी;
  64. फिर लौटने का इरादा हम तुम पर छोड़ देंगे!

  65. राख से भी आएगी खुशबू मोहब्बत की;
  66. मेरे खत तुम सरेआम जलाया ना करो!


  67. वो सज़दा ही क्या, जिसमे सर उठाने का होश रहे;
  68. इज़हार-ए-इश्क़ का मजा तब, जब मैं बेचैन रहूँ और वो ख़ामोश रहे!

  69. चलेगा मुक़दमा आसमान में सब आशिकों पर एक दिन;
  70. जिसे देखो अपने महबूब को चाँद जो बताता है!


  71. तुम्हारी दुनिया से जाने के बाद;
  72. हम तुम्हें हर एक तारे में नज़र आया करेंगे;
  73. तुम हर पल कोई दुआ माँग लेना;
  74. और हम हर पल टूट जाया करेंगे!


  75. ⇖तेरा अक्स गढ़ गया है, आँखों में कुछ ऐसा;
  76. सामने खुदा भी हो तो, दिखता है हू-ब-हू तुझ जैसा↝↝

  77. ⇖अदा है, ख्वाब है, तकसीम है, तमाशा है;
  78. एक शख्स मेरी इन आँखो में बेतहाशा है⇖


  79. ⇖मेरे आँसुओं से भी आती है खुशबू, जब से इन आँखों में तुझे बसाया है;
  80. ⇖जख्म भी मीठे लगते हैं, ⇖जब से तूने ये मेरा दिल चुराया है!

  81. इश्क की बहुत सारी उधारियां है, तुम पर;
  82. चुकाने की बात करो तो, कुछ किश्तें तय कर लें!


  83. ⇖मोहब्बत तो वो बारिश है, जिसे छूने की चाहत में;
  84. ⇖हथेलियां तो गीली हो जाती हैं, ⇎पर हाथ खाली ही रह जाते हैं!


  85. ⇖बरसो बाद तेरे करीब से गुज़रे,
  86. जो न संभलते तो गुज़र ही जाते⇖⇖


  87. दिल में है जो बात किसी भी तरह कह डालिये,
  88. जिंदगी ही ना बीत जाये कहीं बताने में।

  89. सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा;
  90. सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा;
  91. ना जाने क्या बात थी उनमे और हम में;
  92. सारी महफ़िल भूल गए बस वो चेहरा याद रहा


  93. कितना प्यार है तुमसे, वो लफ्ज़ों के सहारे कैसे बताऊँ,
  94. महसूस कर मेरे एहसास को, अब गवाही कहाँ से लाऊँ।



  95. ⇖मुझे हुक्म हुआ है कुछ और माँग उसके सिवा;
  96. मैं महफ़िल से उठ गया, ⇖कि मुझे ज़ुस्तुजू नहीं किसी और की।


  97. ⇖रात ख़्वाबों में आए थे तुम, और देखो;
  98. अभी तक महक रहा है, ⇖तुम्हारी ख़ुशबू से वो सिरहाना मेरा।


  99. ⇖नफरतों के जहान में हमको प्यार की बस्तियां बसानी हैं;
  100. दूर रहना कोई कमाल नहीं, ⇴पास आओ तो कोई बात बने।


  101. पहली मुलाकात थी, हम दोनों ही थे बेबस;
  102. वो जुल्फें न संभाल पाए और हम खुद को।


  103. ⇖इबादत की खुशबू पहुँचे तुम तक, अपने यकीन का इम्तिहान कर दूँ;
  104. आज मैं अपने अश्क को गंगा, ⇗और इश्क को कुरान कर दूँ।


  105. ⇖तुम्हें सोचा तो हर सोच से खुशबू आई,
  106. ⇖तुम्हें लिखा तो हर अल्फ़ाज महकता पाया⇗⇗



  107. तू मेरी मज़बूरी बन गयी है ऐसे;
  108. कि साँस लेना जरुरी है जैसे।



  109. कौन कहता है मुलाक़ात हमारी आज की है;
  110. तू मेरी रूह के अंदर तो कई सदियों से है।



  111. भूख रिश्तों को भी लगती है,
  112. कभी प्यार परोस कर तो देखिये।


  113. ⇖हमने ज़िन्दगी बितायी आँख सिरहाने लेकर;
  114. ⇖रात दुल्हन सी आयी ख़्वाब सुहाने लेकर⇗⇗



  115. ⇖⇖तेरी इबादत का रंग इस कदर गहरा चढ़ा;
  116. ⇖⇖नजर जहाँ पड़ी वहीं तेरा दीदार हुआ⇗⇗


  117. ⇖⇖नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में,
  118. काश कि हमने तुम्हें इतने गौर से ना देखा होता⇖⇖


  119. जीने के लिए जान जरुरी है, हमारे लिए तो आप जरुरी हैं;
  120. मेरे चेहरे पे चाहे गम हो, आपके चेहरे पे मुस्कान जरुरी है।



  121. ये कहाँ मुमकिन है कि हर लफ़्ज़ बयाँ हो;
  122. कुछ परदे हो दरमियाँ ये भी तो लाज़मी है।

  123. तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की,
  124. ना जाने देखते देखते कब तुम लत बन गए।



  125. ⇖सुनो बहुत इंतजार करता हूँ तुम्हारा;
  126. सिर्फ एक कदम बढा दो बाकी के फासले मैं खुद तय कर⇖ लूँगा।



  127. ⇖याद रखते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह;
  128. कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं⇖⇖⇖


  129. तुझे छोड़ दूं तुझे भूल जाँऊ, कैसी बातें करते हो;
  130. सूरत तो फिर भी सूरत है, मुझे तो तेरे नाम के लोग भी अच्छे लगते हैं।



  131. तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की;
  132. ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।


  133. मैं तुम्हारी कुछ मिसाल तो दे दूँ मगर जानां,
  134. जुल्म ये है कि बे-मिसाल हो तुम।


  135. प्यार अगर सच्चा हो तो कभी नहीं बदलता,
  136. ना वक्त के साथ ना हालात के साथ।



  137. ⇖तेरी वफ़ा के तकाजे बदल गये वरना,
  138. मुझे तो आज भी तुझसे अजीज कोई नहीं⇖⇖

  139. होती अगर मोहब्बत बादल के साये की तरह,
  140. तो मैं तेरे शहर में कभी धूप ना आने देता।


  141. ⇪⇪हर बात का कोई जवाब नही होता,
  142. हर इश्क का नाम खराब नही होता,
  143. यूँ तो झूम लेते हैं नशे में पीने वाले,
  144. मगर हर नशे का नाम शराब नही होता⇾⇾


  145. मेरी चाहतें तुमसे अलग कब हैं, दिल की बातें तुम से छुपी कब हैं;
  146. तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह, फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रूरत कब है।



  147. घायल कर के मुझे उसने पूछा, करोगे क्या फिर मोहब्बत मुझसे;
  148. लहू-लहू था दिल मगर होंठों ने कहा बेइंतहा-बेइंतहा।


  149. रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो, कि उसके दिल के सारे गम चुरा लो;
  150. इतना असर छोड दो किसी पे अपना, कि हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो।


  151. कुछ कह भी दो कुछ सुन भी लो;
  152. अधूरे लफ्ज़, अधूरे अफ़साने अक्सर कहानी बन जाया करते हैं।


  153. आँखों से दूर दिल के करीब था, मैं उस का वो मेरा नसीब था; 
  154. न कभी मिला न जुदा हुआ, रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था।


  155. मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो,
  156. तेरी एक ख्वाहिश के लिए सौ बार टूट जाऊं।


  157. आरज़ू होनी चाहिए किसी को याद करने की,
  158. लम्हें तो खुद-ब-खुद मिल जाया करते हैं।

  159. वो मेरी आखिरी सरहद हो जैसे,
  160. सोच जाती ही नहीं उससे आगे।


  161. तेरे उतारे हुए दिन पहन के, अब भी मैं,
  162. तेरी महक में कई रोज़ काट देता हूँ।


  163. सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
  164. नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
  165. हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर,
  166. खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो।


  167. वजह पूछोगे तो उम्र गुजर जायेगी,
  168. कहा ना अच्छे लगते हो तो बस लगते हो।


  169. तस्वीर में ख्याल होना तो लाज़मी सा है;
  170. मगर एक तस्वीर है, जो ख्यालों में बनी है।

  171. मैंने रंग दिया हर पन्ना तेरे नाम से,
  172. मेरी किताबों से, मेरी यादों से पूछ इश्क किसे कहते हैं।


  173. तेरी मोहब्बत की तलब थी इस लिए हाथ फैला दिए,
  174. वरना हमने तो कभी अपनी ज़िंदगी की दुआ भी नही माँगी।


  175. आँखों में आंसुओं की लकीर बन गयी;
  176. जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गयी;
  177. हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी;
  178. गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गयी।


  179. इश्क ने कब इजाजत ली है आशिक़ों से,
  180. वो होता है, और होकर ही रहता है।


  181. तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी,
  182. एक हम हैं कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे।



  183. छुपे-छुपे से रहते हैं सरेआम नही हुआ करते,
  184. कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते।



  185. 'नजर' 'नमाज' 'नजरिया' सब कुछ बदल गया,
  186. एक रोज इश्क़ हुआ और मेरा खुदा बदल गया।


  187. मैं घर से तेरी तमन्ना पहन के जब निकलूँ,
  188. बरहना शहर में कोई नज़र ना आए मुझे।



  189. मैं फ़रमाईश हूँ उसकी, वो इबादत है मेरी,
  190. इतनी आसानी से कैसे निकाल दूँ उसे अपने दिल से,
  191. मैं ख्वाब हूँ उसका, वो हकीकत है मेरी।



  192. फिर इश्क़ का जूनून चढ़ रहा है सिर पे,
  193. मयख़ाने से कह दो दरवाज़ा खुला रखे।



  194. क्या जरूरत है मुझे इतर की बदन पर लगाने के लिए,
  195. तेरा ख्याल ही बहुत है मुझे महकाने के लिए।



  196. देखो आपकी आँखों से गुफ्तगू करके साहब,
  197. मेरी आँखों ने भी बोलना सीख लिया।



  198. देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं, 
  199. दिल में मेरे सुलगते तूलोग पूछते हैं कौन सी दुनिया में जीते हो,

  200. अकेले हम ही शामिल नहीं हैं इस जुर्म में जनाब,
  201. नजरें जब भी मिली थी मुस्कराये तुम भी थे।

  202. हमने भी कह दिया मोहब्बत में दुनिया कहाँ नजर आती है।फ़ान किसके हैं, 
  203. नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर, 
  204. फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं।

  205. तमन्ना तेरे जिस्म की होती तो छीन लेते दुनिया से,
  206. इश्क तेरी रूह से है इसलिए खुदा से मांगते हैं तुझे।



  207. शब्दों को होठों पर रखकर दिल के भेद ना खोलो,
  208. मैं आँखों से सुन सकता हूँ तुम आँखों से बोलो।


  209. यह कौन शरमा रहा है, यूँ फ़ुर्सत में याद कर के,
  210. कि हिचकियाँ आना तो चाहती हैं, पर हिच-किचा रही हैं।

  211. जिसका वजूद नहीं, वह हस्ती किस काम की,
  212. जो मजा न दे, वह मस्ती किस काम की,
  213. जहाँ दिल न लगे, वो बस्ती किस काम की,
  214. हम आपको याद न करें, तो फिर ये मोहब्बत किस काम की


  215. नकाब तो उनका सिर से लेकर पाँव तक था,
  216. मगर आँखें बता रही थी कि मोहब्बत की शौकीन वो भी थी


  217. फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ मैं, अपना अंदाज़ औरों से जुदा रखता हूँ;
  218. लोग मंदिर मस्जिदों में जाते हैं, मैं अपने दिल में ख़ुदा रखता हूँ


  219. कुछ और भी हैं काम हमें ऐ ग़म-ए-जानाँ,
  220. कब तक कोई उलझी हुई ज़ुल्फ़ों को सँवारे



  221. माना कि उनमें अलग कुछ भी नहीं है,
  222. मगर जो बात उसमें है किसी और में नही है


  223. हमने जब कहा नशा शराब का लाजवाब है,
  224. तो उसने अपने होठो से सारे वहम तोड़ दिए



  225. अदा है, ख्वाब है, तकसीम है, तमाशा है,
  226. मेरी इन आँखों में एक शख्स बेतहाशा है


  227. तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का,
  228. एक तेरा ही चेहरा खुश देख कर तो हम अपना गम भुलाते हैं


  229. ये आशिकोँ का शहर है जनाब,
  230. यहाँ सवेरा सूरज से नही, किसी के दीदार से होता है।

  231. अक्सर नींदें चुरा लेता हूँ देखो रिस्क ही रिस्क हूँ मैं,
  232. बिन बताये दिल में उतर जाता हूँ इश्क़ ही इश्क़ हूँ मैं।



  233. मैं कुछ कहूँ और तेरा ज़िक्र ना आये,
  234. उफ्फ, ये तो तौहीन होगी, तेरी चाहत की।



  235. ज़िन्दगी के किस मोड़ पर ले आई है यह जवानी भी,
  236. जलना होगा या डूबना होगा "अक्स" इश्क़ आग भी है और पानी भी।



  237. बेपनाह मोहब्बत का एक ही उसूल है,
  238. मिले या ना मिले तू हर हाल मे कबूल है।


  239. सब पूछते हैं मुझ से क्यों रातों को मैं जागता हूँ और दिन में खोया हुआ सा रहता हूँ,
  240. चुप रहूँ या कह दूँ अब सब से कि इस बेचैन दिल की वजह तुम हो।



  241. नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर,
  242. कसूर तो उस चेहरे का है जो सोने नही देता।


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